बुधवार, 14 अप्रैल 2010

परमाणु सुरक्षा सम्मलेन में गरज मनमोहणी

एक कांग्रेसी        

ओये झल्लेया देखा हसाडा सोणा मनमोहना अमेरिका[vaashingthan] में परमाणु सुरक्षा सम्मलेन में कैसे शेरों की तरह गरज रहा है
ओये सीधे साधे पी.एम्. ने विकसित देशों के जमावड़े में दो टूक मकसद पूर्ण निशस्त्रीकरण को जरूरी बता दिया है
४७ रास्त्राध्य्क्षों को बतादिया की विकसितों का चहेता पाकिस्तान ना केवल नाभिकीय अस्त्र इकट्ठा कर रहा है वरन इनकी तस्करी में भी लिप्त है
इसीलिए अब चहेते को सोना देना और हमें सीना दिखाना बंद कर देना चाहिए
इसके साथ ही पी.एम्. ने सफल मंझे हुए कूटनीतिक की तरह अध्ययन+सुरक्षा++सुविधा+++उपयोग के लिए परमारूं ऊर्जा साझेदारी पर वैश्विक केंद्र की भी घोषणा कर दी |और तो और २६|११ के हमले के दोषियों पर कार्यवाही ना होने तक पाकिस्तान को मुह ना  लगाने की भी चेतावनी दे डाली|अब तो मानता हे ना की हसाडा मुल्क जल्द ही बनेगा सिरमोर मुल्क
झल्ला
                                                          [ पानी बचाओ+बिजली बचाओ ]
          वाकई भाई जी  शेरों के संरक्षक   की गर्जना यहाँ तक सुनाई दे रही है
मगर इतिहास गवाह है की हसाडे पहले शेरों की गर्जना पहले तो जोर से गूंजती  है मगर बाद में किसी नक्कारखाने की तूती बन कर रह जाती  हैं|
झाल्लेविचारानुसार खुदी को कर बुलंद तो खुलेंगे  सभी बंद और गायब होंगे सभी  पैबंद





बुरी नज़र से बचो

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