रविवार, 30 अगस्त 2009

कांग्रेसी सत्ता की दूसरी पारी की १०० दिनी जुबली

एक कांग्रेसी =
ओये झाल्लेया देखा हसाडेयूं.पी.ऐ.की दरियादिली एक तरफ़ तो सोणे मनमोहने पी.एम्.ने अपनी धुर विरोधी बी.जे.पी. में चल रही उठापटक पर चिंता जतायी है तो दूसरी तरफ़ आर्थिक कर्ज में डूब रही विशाल एयर इंडिया को उबारने के लिए विशेष बेल आउट पैकेज के लिए रास्ता साफ़ कर दिया गया हैदेखा हम लोग १०० दिन की सफलता के नशे मे चूर नहीं हैं देश में एक संपर्क भाषा हो या स्वाइन फ्लू का सामना सभी सीमाओं पर झंडे गाडे जा रहे हैं लेफ्ट कमजोर है बी.जे.पी.अपने आंतरिक झगडों में फंसी है हम पर कोई दबाब नही है फ़िर भी हमारी सरकार सभी दिशाओं में कार्य कर रही है
झल्ला= बिजली बचाओ+पानी बचाओ +पावर बचाओ +वाटर बचाओ =ख़ुद को बचाओ
ओ बाओ जी आपजी के सोणे पी.एम्। की दरिया दिली ,काबिल सिबल की लिंगुआ फ्रांका ,और गुलाम नबी आज़ाद की स्वाइन फ्लू से खुली जंग सभी बधाई के पात्र हैलेकिन आपके सहयोगी शरद पवार की चीनी की कड़वाहट +प्रफुल पटेल के जहाजों के झटके+यूं.पी.उपचुनाव ,एम्.सी.डी चुनाव में हार +खादान्यों की आकाश यात्रा +पाकिस्तान की नाफ़रमानी+नेपाल की ऊंगल बाजी+श्री लंका ,अमेरीका की सीना जोरी आदि ऐसे अनेक फ्रंट हैं जहाँ विशेष चश्मे से देखने की जरूरत हे
एयर इंडिया के लिए [वास्तव में ]आर्थिक मदद की बेहद जरूरत हे अपने रोल माडल अमेरिका की तर्ज
पर ऐसी संस्थाओं को आर्थिक संकट से उबारने के लिए[ बेशक ]सस्ता कर्ज +एक्स्ट्रा इक्विटी +क्रेडिट भुगतान की अवधि की लिमिट बढ़ानेकी जरूरत हे मगर इसके साथ ही अमेरिका की तरह ही एयर इंडिया के प्रबंधकों पर
[उतर दायित्व ]लगाम भी कसना होगा [१]मुफ्त यात्री कटौती [२]प्रबंधकों ,कर्मियों [अतिरिक्त ]की सख्या को दूसरे मंत्रालयों में उपयोग [३] आय के अनुरूप खर्च [४] कर्ज के भुगतान में विलंभ या कर्ज में बढोतरी पर जवाब देही तय होनी ही चाहिए
[५]सशक्त विपक्ष की अनुपस्थिति में सत्ता धारीओं को ही विपक्ष की भूमिका भी निभानी पड़ती है.

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