एक सामान्य नागरिक
ओये झल्लेया ये क्या हो रहा है?ओयेपहले तो ये बता की इस देश में गरीब कौन है
३/२०१२ में घोषित [शहरी]२८.६५ [ग्रामीण]२२.४२ या फिर पहली रिपोर्ट के अनुसार ३२/-और २६/=
या फिर ६६.१०/=और ३५.१०/=या फिर
३/२०१२ में घोषित [शहरी]२८.६५ [ग्रामीण]२२.४२ या फिर पहली रिपोर्ट के अनुसार ३२/-और २६/=
या फिर ६६.१०/=और ३५.१०/=या फिर
[१]आयकर में २००००० तक की आय वाला कर से मुक्त
[२]यौजना आयोग की नज़र में ४० रुपये से भी कम आय वाला गरीब
[३]अब ६००००० तक की आय वाला गरीब
[४]एक करोड़ रुपये की गाडी चलाने वाला डीज़ल के लिए सब्सिडी का हकदार
[५] सांसद +विधायक सरकारी आवास के अलोटमेंट के लिए गरीब
[६] १०-१२ के छात्र लेपटोप के लिए गरीब
[७]सरकारी स्कूलों का छात्र गरीब
[८]सरकारी जमीन पर कब्जा करने वाला गरीब
[९]अल्प संख्यक गरीब या फिर
[१०]अनुसूचित गरीब
हसाडे सोणे ते मन मोहणे 'पी एम् ने संसद की स्थाई समिति की सिफारशें मान कर घरेलू गैस सिलेंडर से सब्सिडी हठाने का मन बना लिया है।
हुन तो अमीरों को गैस का एक सिलेंडर १००० रु'प'यों में मिला करेगा |
भई ये तो नाइंसाफी ही हुई पहले जनाब मोंटेक सिंह अहलुवालिया ने ४० रुपयों से भी कम कमाई वालों को गरीब बताया था अब ६००००० रुपये तक सालाना कमाने वाला सब्सिडी का हक़दार होगा
भई ये तो नाइंसाफी ही हुई पहले जनाब मोंटेक सिंह अहलुवालिया ने ४० रुपयों से भी कम कमाई वालों को गरीब बताया था अब ६००००० रुपये तक सालाना कमाने वाला सब्सिडी का हक़दार होगा
ऐसा कैसे चलेगा??
झल्ला
ओ भोले बादशाओ हसाड़े मुल्क में पार्टी और सरकार और आयोग के अपने अपने गरीब होते है २९ राज्यों के भी अपने ही आंकड़े हैं। राष्ट्रीय आवश्यकता अलग है\ इसीलिए जैसा गरीब बनना हो उसी पार्टी और राज्य में घुस जाओ और गरीबी का लाभ उठाओ