शनिवार, 5 सितंबर 2009

शिक्षकों के लिए रिफ्रेशर कोर्से

एक कांग्रेसी
ओये झाल्लेया देखा हसाडे कपिल सिबल ने शिक्षक दिवस वाईस प्रेजिडेंट साहेब के हाथों देश के ३५१ शिक्षकों को सम्मानित करवा कर मौजूदा शिक्षा जगत के साथ साथ सर्वपल्ली को भी सलूट किया है केवल जबानी सेवा नहीं झ्ल्लेया २५००० नगद और रजत पदक भी दिए गए हुन सामाजिक+आर्थिक विकास +समाज में परिवर्तन के लिए आगे आने के लिए शिक्षकों को प्रेरणा मिले ही मिले
झल्ला बिजली बचाओ+पानी बचाओ यहाँ तक तो ठीक है मगर भोले [मगर ]आप की ठीक नाक तले यूं.पी.और एम्.पी.में इसी दिन शिक्षकों को लाठियाया गया इसके अलावा ये कहना भी अनुचित नहीं होगा , झाल्लेविचारानुसार तर्क संगत ही होगा की[१]आज़ादी के ६२ साल बाद भी शिक्षकों को अपनी तनख्वाह तक लेने के लिए रिश्वत [सुविधा शुल्क]देनी पड़ती है [२]मिड डे मील तक बनाना पड़ता है[३]चुनावों में और वोटर लिस्ट के लिए [डर डर ]भटकना पड़ता है [४] पोलियो अभियान की रीड बनने के अलावा पालितिसनिओं[राजनितिक ] को सहना पड़ता है [६]और शिक्षा देने के लिए छात्रों को इकट्ठा करने के लिए अपनी जेब तक ढीली करने को मजबूर है बेशक इस व्यवसाय में भी एकलव्य और अर्जुन को अलग अलग चश्मे से देखने वाले शिक्षक हैं
इसीलिए हामिद साहेब [वी.पी.]के अनुसार संख्या के बजाये गुणवत्ता को तरजीह देनी होगी झाल्लेविचारानुसार इसके लिए शिक्षकों के लिए रिफ्रेशर कोर्स की व्यवस्था करके शरुआत की जा सकती है

3 टिप्‍पणियां: