गुरुवार, 22 मार्च 2012

या देवी सर्व भूतेषु प्रक्रति रूपेण संस्थिता नमस्ते नमस्ते नमस्ते नमोह नमः


जय माता दी 
आज से पूज्य +पवित्र नवरात्र प्रारंभ हो रहे हैं सबको बधाई प्रक्रति के दोहन से त्रस्त  |आज अन्तराष्ट्रीय स्वयम सेवी संस्थाएंबेशक प्रक्रति के पानी हरियाली आदि  विभिन्न स्वरूपों के सरंक्षण की बात कर रहे है मगर   
हमारे पूर्वजों ने प्रत्येक पवित्र कार्य को प्रारम्भ करते समय प्रक्रति को  
 युगों पूर्व ही विशेष महत्त्व दिया है और जीवन के प्रत्येक छेत्र में प्रक्रति को जोड़ा है।
इसलिए प्रथम माता शैल पुत्री के पूजन में इस मन्त्र का जाप बताया गया है 
या देवी सर्व भूतेषु प्रक्रति रूपेण संस्थिता 
नमस्ते नमस्ते नमस्ते नमोह नमः 

2 टिप्‍पणियां: