झल्ले दी गल्लां
एक भाजपाई
ओये झल्लेया ये जे डी यूं वालों की मति फिर गई है क्या ??आये दिन कोई न कोई उलटा सीधा ब्यान देकर एन डी ऐ की एकता पर प्रशन चिन्ह लगा रहे हैं \
पहले तो सांसद शिवानन्द तिवारी ही सत्ता रूड़ यूं पी ऐ के सुर में सुर मिला कर राष्ट्रपति पद के लिए कांग्रेसी प्रणव मुखर्जी के समर्थन में [यहाँ तक की] ऐ पी जे कलाम तक को सपोर्ट
नहीं करने को जोर डाल रहे थे अब उनके मुख्यमंत्री नितीश कुमार भी खुल कर नरेन्द्र मोदी के खिलाफ ताल ठोक कर मैदान में आ गए हैं|
२००२ में गुजरात के दंगों के समय हमारे साथी रहे फिर २००९ में भी घटक रहे अब जा कर उन्हें धरमनिरपेक्षता की याद आ रही है सफलतम मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी भी उन्हें साम्प्रदाईक नज़र आने लगा है|
हमारे आर आर एस प्रमुख मोहन भागवत ने तो यहाँ तक कह दिया है कि हिंदुत्व वादी क्यूं नहीं बन सकता भारत का पी एम्
हमारे नेता बलबीर पुंज ने भी कह दिया है की हमें किसी से धर्म निरपेक्षता का सर्टिफिकेट नहीं लेना है
झल्ला
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क्या में अभी भी पी एम् इन वेटिंग हूँ ?? |
ओ मेरे भोले बादशाहों दरअसल ये तो सियासी खेल है|अब आप लोगों ने वरिष्ठ लाल कृषण आडवानी को छोड़ कर कनिष्क नरेन्द्र मोदी को पी एम् इन वेटिंग बना दिया
क्या सोचा था की एन डी के के घटक दल खुश होंगे शाबाशी देंगे क्यूं??पड़ गई ना घरेड???जे डी यूं वाले तो बरसों से एन डी ऐ से पीछा छुड़ाना चाह रहे थे अब मौका मिल गया है
अब अलग होने से फ़ायदा ही फ़ायदा हैलेकिन चारा फेमस लालू ब्रिगेड और मंडल कमीशन फेम राम विलास पासवान ने भी अब नितीश कुमार को अवसरवादी+धोखे बाज़ कह कर घेरना शुरू कर दिया है ।लेकिन इस सब के बावजूद नितीश & कम्पनी को तो अपना हित ही साधना है
[१]पी एम् के लिए मोदी को पछाड़ कर अपनी उम्मीदवारी जग जाहिर की जा सकेगी|
[२]बिहार जैसे पिछड़े राज्य के लिए कांग्रेसी केंद्र सरकार पर डोरे डाले जा सकेंगे|
[3]बिहार में लालू प्रसाद के खिलाफ मुस्लिम वोटों को एक जुट किया जा सकेगा \
[3]बिहार में लालू प्रसाद के खिलाफ मुस्लिम वोटों को एक जुट किया जा सकेगा \
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