पी एम् को गीदड़सिंगी मिल गई है क्या ?
झल्ले दी गलां
एक कांग्रेसी
ओये झल्लेया मुबारकां ओये हसाड़े सोणे ते मन मोहने पी एम् ने वित्
मंत्रालय संभाल लिया है इसका स्वागत शेयर बाज़ार ने भी कर दिया
हैइलेक्ट्रोनिक्स चेनल्स के नीचे चलने वाली पट्टी में सारे बाज़ार के रेट्स
ख़ुशी के हरे रंग में ऊपर की तरफ दिखाई दिए
बाज़ार के सूचकांक ने 2% अधिक बडत लेकर इसका समर्थन कर दिया है
मार्गन स्टेनली ने भी हमारी रेटिंग को अंडर वेट से निकाल कर इक्कवल
वेट कर दिया है ।ओये अब आर्थिक गिरावट के दिन गए अब चिंतित होने
की जरुरत नहीं है अब तो विकास को पंख लगे ही लगे।
झल्ला
खैर मुबारक जी सुनने में तो वाकई अच्छा लग रहा है बीतें वर्षों में देश की
इकोनोमिक्स को भम्भड़ भूसे में डाले रखने वाली घरेड तो निकल ही गई
है अब कुछ अच्छे की उम्मीद की जा सकती है लेकिन एक बात बताओ
की लगातार गिरावट के बाद अब एक दम से सुधारों का दावा कर रहे हो लगता है की पी एम् को कोई गीदड सिंगी मिल गई है ?अगर ऐसा हे तो अब देश में
सुधारों का लाभ निचले स्तर पर भी मिलने लगेगा ?और इस मार्गन
स्टेनली को छोड़ो क्योंकि इसने बीती सदी में शेयर निकाले थे उनका
अभी तक राम ही मालिक है ।इसीलिए जब तक सुधारों का या विकास
का लाभ निचले स्तर तक नहीं पहुंचता तब तक 2014 के इलेक्शन
दूर ही समझो
झल्ले दी गलां
एक कांग्रेसी
ओये झल्लेया मुबारकां ओये हसाड़े सोणे ते मन मोहने पी एम् ने वित्
मंत्रालय संभाल लिया है इसका स्वागत शेयर बाज़ार ने भी कर दिया
हैइलेक्ट्रोनिक्स चेनल्स के नीचे चलने वाली पट्टी में सारे बाज़ार के रेट्स
ख़ुशी के हरे रंग में ऊपर की तरफ दिखाई दिए
बाज़ार के सूचकांक ने 2% अधिक बडत लेकर इसका समर्थन कर दिया है
मार्गन स्टेनली ने भी हमारी रेटिंग को अंडर वेट से निकाल कर इक्कवल
वेट कर दिया है ।ओये अब आर्थिक गिरावट के दिन गए अब चिंतित होने
की जरुरत नहीं है अब तो विकास को पंख लगे ही लगे।
झल्ला
खैर मुबारक जी सुनने में तो वाकई अच्छा लग रहा है बीतें वर्षों में देश की
इकोनोमिक्स को भम्भड़ भूसे में डाले रखने वाली घरेड तो निकल ही गई
है अब कुछ अच्छे की उम्मीद की जा सकती है लेकिन एक बात बताओ
की लगातार गिरावट के बाद अब एक दम से सुधारों का दावा कर रहे हो लगता है की पी एम् को कोई गीदड सिंगी मिल गई है ?अगर ऐसा हे तो अब देश में
सुधारों का लाभ निचले स्तर पर भी मिलने लगेगा ?और इस मार्गन
स्टेनली को छोड़ो क्योंकि इसने बीती सदी में शेयर निकाले थे उनका
अभी तक राम ही मालिक है ।इसीलिए जब तक सुधारों का या विकास
का लाभ निचले स्तर तक नहीं पहुंचता तब तक 2014 के इलेक्शन
दूर ही समझो
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