झल्ले दी गल्ला
एक भाजपाई
ओये झल्लेया ये क्या हो रहा है ? ओये खानदानी विपक्षी कांग्रेसी दादा प्रणव मुखर्जी के लिए भापा डाक्टर मनमोहन सिंह ने बिना कुछ लिए दिए ही हसाड़े डाडा लाल कृषण आडवानी से समर्थन मांग लिया है हुन हमारा क्या होगा???
झल्ला
ओ भोले बाशाहो प्रणव मुखर्जी की उग्र विरोधी ममता बनर्जी भी अब उनकी बहन बन गई है+कलाम साहब का कुछ निश्चित नहीं है +
लगता है की आपकी एन डी ऐ के बिहार और पंजाब का अन्दर खाने समझौता हो चूका है इसीलिए ये लोग अब प्रणव का अनावश्यक विरोध नहीं चाहते +
राम जेठमलाणी 'पर दाव लगाना बेवकूफी होगा
चेन्नई +उड़ीसा ने ही पी ऐ संगमा का समर्थन किया है सो उनको मनाया जा सकता है
अब जब सारे समीकरण आ'पके विरोधी के पक्ष में हैं तो ऐसे में हार का तमगा गले में डालना कोई दानिश मंदी नहीं होगा
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